एक पतली लोमड़ी अपमान की लालसा करती है, अपनी गहरी इच्छाओं के आगे समर्पण करती है। वह अपनी कinky कल्पनाओं में आनंद लेती है, उसका पतला शरीर आनंद से कांपता है क्योंकि वह अपने वर्जित सुखों में लिप्त होती है। उसके कराहने की आवाज कमरे में गूंजती है, आनंद का एक सिम्फनी।.