एकांत बगीचे में, एक जिज्ञासु किशोरी अपनी तंग पिछाड़ी के प्रवेश द्वार का पता लगाती है। एक दोस्त की मदद से, वह आत्म-सुख में लिप्त होती है, अपनी उंगलियों से गहराई तक जाती है, नई संवेदनाओं की तलाश में। यह बाहरी रोमांच खोज और आनंद की एक रोमांचक यात्रा को प्रज्वलित करता है।.